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एशियाई खेलों के उद्घाटन समारोह में चीन ने अपना शानदार जलवा दिखाया. चीन एशिया में सबसे बड़ी महाशक्ति होने का दावा करता है और ये छवि एशियाड के इस समारोह में साफ दिख रही थी. ग्वांगझू की समृद्ध विरासत में नदी, नदियों के जल, जलतरंग, नौकाविहार और रंगबिरंगी पोशाक के साथ झिलमिल रोशनी और संगीत को महत्व दिया जाता है. इसलिए इन सभी का यहां अद्भुत संगम दिखाया गया, जो खेलों के इतिहास में अविस्मरणीय कहा जाएगा. इन खेलों का उद्घाटन चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने किया.
लगभग तीन घंटे तक हुए इस उद्घाटन समारोह में पल-पल इनकी झलक दिखाई गई. बीजिंग के बाद दूसरी बार फूलों के शहर ग्वांगझू में एशियाई खेलों का आयोजन किया गया है.
परंपरागत स्टेडियम में होने वाले उद्घाटन समारोह से हटकर ग्वांगझू वासियों को एक साथ ले कर चलने की भावना के अनुरूप मेजबान चीन और उसकी आयोजन समिति ने दो वर्ष पूर्व 2008 के आखिर में ही यह निर्णय कर लिया था कि समारोह पर्ल नदी पर ही होगा. इस समारोह में सभी देशों की नौकाओं की रंगबिरंगी झांकियां निकाली गईं, जिसमें खिलाड़ी सवार थे.
गगन नारंग ने भारतीय दल का ध्वज संभाला. इस समारोह के आकर्षण में नदी के किनारे अनेक ऊंची-ऊंची इमारतों पर रंगबिरंगी रोशनी की गई और चीन के आधुनिक विकास में नदी और सागर पर बनाए गए ब्रिज की जरूरत को ध्यान में रखते हुए पर्ल नदी पर रोशनी से ढके ब्रिज भी दिखाए गए. करीब 600 मीटर ऊंचे ग्वांगझू टॉवर से बिजली की रोशनी, 360 किलोमीटर लंबी बिजली की केबल का उपयोग इस बात का भी आभास कराता है कि एक करोड़ की आबादी वाले इस महानगर में बिजली की कोई कमी नहीं है.
दो साल पहले बीजिंग ओलंपिक का सफल आयोजन करने वाले चीन ने एशियाई खेलों का उद्घाटन समारोह इस बार परंपरा से हटकर किया. खेलों के इतिहास में यह पहला मौका है जब उद्घाटन समारोह किसी स्टेडियम के बजाए किसी द्वीप के नदी तट पर किया गया.
वर्ष 1990 के बीजिंग एशियाई खेलों के बाद चीन को यह अहसास हो गया कि वह खेलों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर सकता है. तब से वह बड़े खेलों का आयोजन करने में जुटा है. पंद्रह दिनों तक चलने वाले इस 16वें एशियाई खेलों में 45 देशों के 9,704 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं.
वर्ष 1951 में दिल्ली में हुए पहले एशियाई खेलों के बाद पहली बार इसमें 42 खेलों को शामिल किया गया है. दोहा में आयोजित पिछले एशियाई खेलों में चीन ने 165 पदक जीतकर पहला स्थान हासिल किया था.
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